स्टोरी हाइलाइट्स
- माहौल ऐसा हो गया है कि आप आवाज है, तो आप खतरे में हैं
- लॉकअप में डर रहेगा कि कोई क्लिप एडिट कर वायरल न कर दे
बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत और कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी के बीच सोशल मीडिया पर छत्तीस का आंकड़ा दिखता है. मुनव्वर फारूकी के दर्जनों ट्वीट हैं जिसमें वे कंगना को निशाना बनाते नजर आते हैं. हालांकि कहानी में ट्विस्ट ये है कि मुनव्वर अब कंगना के 'लॉकअप' में हैं.अपनी विवादास्पद कॉमेडी के चलते जेल की हवा खा चुके मुनव्वर का ये 'लॉकअप' एक रियलिटी शो है जिसमें जेलर बनी दिखेंगी खुद कंगना रनौत.
जैसे ही ये मुनव्वर के कंगना के शो का हिस्सा बनने की खबर आई, उनके समर्थक और विरोधी दोनों हैरान रह गए. ऐसा इसलिए क्योंकि मुनव्वर के समर्थकों का एक बड़ा वर्ग कंगना का विरोधी खेमा है, इसी तरह कंगना के समर्थकों का बड़ा गुट मुनव्वर को निशाने पर लिए रहता है. ऐसे में आखिर मुनव्वर इस शो का हिस्सा कैसे बन गए? aajtak.in ने ये सवाल सीधे मुनव्वर से ही पूछा.
सवालः कंगना के शो ‘लॉकआप’ के साथ कैसे जुड़ना हुआ?
मुनव्वरः जुड़ना कुछ ऐसे हुआ कि जब शो की क्रिएटिव टीम मेरे पास ऑफर लेकर आई, तो मुझे उनका कॉन्सेप्ट बड़ा मजेदार लगा. ये काफी चैलेंजिंग भी है, तो लगा कि इसे जरूर ट्राई करना चाहिए.
सवालः होस्ट के रूप में कंगना रनौत को देखकर कैसा रिएक्शन था?
मुनव्वरः जब मुझे पता चला कि कंगना इस शो से जुड़ी हैं, तो उस वक्त मिला-जुला रिएक्शन था. पहले सोचा कि मुझे ये शो नहीं करना चाहिए. क्योंकि मैं उस स्पेस का हिस्सा नहीं बनना चाहता था, जहां वो रहें. फिर मुझे एहसास हुआ कि अगर कोई दूसरा प्रॉब्लमैटिक है, तो उसकी वजह से मैं अपना काम क्यों छोड़ दूं. सरकार से चाहे कितनी दिक्कतें हों, आरोग्य सेतु ऐप का इस्तेमाल तो करना ही होगा. आप इन चीजों से भाग नहीं सकते. ये कोई सेंस नहीं बनता. मैं जिसका शिकार हो चुका हूं, वो मैं खुद तो नहीं करना चाहूंगा. सबसे बड़ी बात, उन्होंने तो मुझे शो ऑफर नहीं किया है. मुझे तो ऑल्ट वालों ने बुलाया है, तो मैं राजी हो गया. अब कंगना वहां हैं, तो शायद चीजें और भी मजेदार हो जाएं.
सवालः आपके फैंस का कहना है कि इस शो के लिए राजी होकर आपने उनका दिल तोड़ दिया.
मुनव्वरः देखिए, वो अपनी जगह गलत नहीं हैं. वे मुझसे नफरत नहीं करते हैं, उनको प्रॉब्लम शो से है. शो से जुड़ने के फैसले ने उन्हें परेशान कर दिया है. कहीं न कहीं कुछ लोग समझ भी रहे हैं और जो नाराज हैं, आगे चलकर उन्हें पता चलेगा कि मैं कोई क्रांतिकारी इंसान नहीं हूं. उन्हें मुझसे एंटरटेनमेंट चाहिए, उन्हें चाहिए कि मैं सही चीजों पर स्टैंड लूं, तो वो उन्हें मिलता रहेगा. अब जितने लोग ट्वीट कर रहे हैं, मुझे पूरा यकीन है कि उनकी आइडियोलॉजी अपने बॉस से बिलकुल अलग होगी. वो जॉब से परेशान जरूर होंगे लेकिन छोड़ेंगे नहीं. बिना वजह वो भार मुझपर डाल रखा है. मैं उन्हें गलत नहीं कह रहा है. वे मुझसे जुड़े हैं, उन्हें मुझसे उम्मीदें हैं लेकिन मेरे भी फैसले को समझें. आप रहें मेरे साथ और मेरे एंटरटेनमेंट का इंतजार करें. मैं उन्हें निराश नहीं करूंगा.
सवालः लॉकअप शो को लेकर आपकी क्या स्ट्रैटेजी रहेगी. लोग आपकी निजी जिंदगी से वाकिफ होंगे. इसे लेकर कोई दबाव है?
मुनव्वरः वो कहते हैं न कि दूध का जला छाछ भी फूंक फूंक कर पीता है. दिक्कत यह है कि मौका ऐसा है कि मुझे आइडिया नहीं है कि आगे क्या होने वाला है. मुझे डर है कि कहीं मेरी चीजों की कुछ क्लिप बनाकर उसे क्रॉप व एडिट कर कुछ भी न दिखा दें. मुझे पता है कि लोग कैसे आपके पीछे पड़ते हैं, और कैसे तिल का ताड़ बना दिया जाता है. मैं इन सब चीजों का ख्याल रखकर अपना गेम खेलूंगा. गेम खेलने का मतलब है कि मैं लोगों को एंटरटेन करता रहूंगा. हार-जीत से मुझे कुछ लेना देना नहीं है. देखिए, जो इज्जत देगा, उसे पूरी इज्जत मिलेगी.
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सवालः आर्ट पर लगातार हमले होते रहे हैं. एक आर्टिस्ट के तौर पर आपकी क्या राय है?
मुनव्वरः मेरा शो कैंसिल होने को काफी लोगों ने सपोर्ट किया था. मुझे समझ नहीं आता कि लोग अन्याय को कैसे सपोर्ट कर सकते हैं. आप मेरे काम से निराश जरूर हो सकते हैं. आपका हक बनता है मुझे क्रिटिसाइज करना. देखें, जो मुझसे थोड़ा सा भी निराश हुआ है, मुझे पता है उन्हें कैसे वापस लाना है.
सवालः करियर की शुरूआत में इतनी सारी कॉन्ट्रोवर्सी से जुड़ गए, इससे उबर पाना कितना मुश्किल रहा था?
मुनव्वरः खुद से जख्म भरने की आदत है. प्रॉब्लम आई, लेकिन यही तो जिंदगी है. लाइफ में सबकुछ परफेक्ट क्यों चाहिए आपको. यह जीवन का हिस्सा है. अब तो माहौल ऐसा हो गया है कि आप आवाज है, तो आप खतरे में हैं.
सवालः कभी कॉमेडी छोड़ने का ख्याल आया था?
मुनव्वरः बहुत बार आया था. ये ज्यादातर आवेश में आए हुए विचार होते हैं. लगता है कि आपके साथ ही क्यों हो रहा है. फिर खुद में ही हिम्मत आती है कि नहीं, इतनी मुश्किलों के बावजूद आप अपना काम कर सकते हैं.
सवालः विवादों से कभी कोई फायदा हुआ?
मुनव्वरः नहीं चाहिए ऐसा फायदा, न्यूज में रहने का शौक होता, तो नेता बन जाता. फिर मैं भी रोज न्यूज चैनल्स की डिबेट में दिखता. लोगों ने न्यूज में बना दिया और मैं बदनाम हो गया. लोगों ने यहीं से मेरे लिए धारणा बनानी शुरू कर दी. हालांकि बाद में जब उन्होंने मेरा काम देखा, तो उन्हें समझ आया कि मैं हूं कौन. ये मेरे मूल ऑडियंस हैं, जिन्हें मेरे काम से मतलब है न कि मेरी कॉन्ट्रोवर्सी से.
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