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Sunday, May 14, 2023

पप्पू सरदार का नया साल माधुरी के बर्थडे से: माधुरी से राखी बंधवाई, उनकी शादी पर बारात निकालकर 200 लोगों को ... - Dainik Bhaskar

2 घंटे पहलेलेखक: ईफत कुरैशी

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आज माधुरी दीक्षित का 56वां जन्मदिन है। इस मौके पर हम आपको ले चलते हैं झारखंड के जमशेदपुर। यहां के साक्षी मार्केट में बसंत सिनेमा के पास एक चाट की दुकान है। नाम है मनोहर चाट। इस दुकान की चाट जितनी फेमस है, उससे ज्यादा फेमस हैं इसके मालिक पप्पू सरदार। ये फिल्म एक्ट्रेस माधुरी दीक्षित के फैन के रूप में इतने फेमस हैं कि अगर चिट्ठी पर पते की जगह सिर्फ माधुरी दीक्षित का फैन, जमशेदपुर, झारखंड लिखकर भी पोस्ट कर दें तो ये चिट्ठी इन तक ही पहुंच जाएगी।

पप्पू सरदार को ऐसे ही माधुरी का सबसे बड़ा फैन नहीं कहा जाता है। खुद माधुरी ने इन्हें राखी बांधी है। 27 सालों से माधुरी का बर्थडे धूमधाम से बना रहे हैं। 1999 में जब माधुरी अमेरिका में शादी कर रही थीं, तो पप्पू सरदार ने जमशेदपुर में बारात निकालकर 200 लोगों को रिसेप्शन की पार्टी भी दी थी। इन्होंने एक अलग कैलेंडर भी बनाया है, जो माधुरी के जन्मदिन यानी 15 मई से शुरू होता है।

ये जब भी माधुरी की बात करते हैं उन्हें अपनी बहन और उनके पति डॉ. श्रीराम नेने को जीजाजी ही बोलते हैं। इनकी दीवानगी पर अमेरिका के कुछ रिसर्चर भी रिसर्च करने भारत आ चुके हैं और बाकायदा इन पर एक पूरा आर्टिकल अपनी रिसर्च बुक में भी छापा है।

माधुरी के बर्थडे के मौके पर दैनिक भास्कर ने बात की धक-धक गर्ल के सबसे बड़े फैन पप्पू सरदार से.....

कैसे माधुरी के फैन बने पप्पू सरदार?

पप्पू सरदार कहते हैं, “1988 में माधुरी दीक्षित की फिल्म तेजाब रिलीज हुई। मैं उनका फैन था उनकी हर पिक्चर देखता था और उनकी कई तस्वीरें अपनी दुकान में लगाता था। फिल्म तेजाब में लोगों को माधुरी का डांस पसंद आया, लेकिन मुझे वो पसंद नहीं आया। मुझे सबसे ज्यादा पसंद वो सीन आया जब माधुरी अपने पिता बने अनुपम खेर से कहती हैं कि मुन्ना के पास जो कुछ है वो उसका अपना है। वो पत्नी की कमाई नहीं खाता, ना किसी से उधार लेता है। उस दिन के बाद से मैंने न कभी लोन लिया, न उधार। जो कुछ हो, एक वक्त की रोटी हो, लेकिन अपनी हो।’’

अपने घर में भगवान के साथ माधुरी की पूजा करते हुए पप्पू सरदार। पप्पू ने अपने छोटे से घर का एक कमरा माधुरी को डेडिकेट किया है।

अपने घर में भगवान के साथ माधुरी की पूजा करते हुए पप्पू सरदार। पप्पू ने अपने छोटे से घर का एक कमरा माधुरी को डेडिकेट किया है।

पहली बार जन्मदिन पर दुकान का सब कुछ कर दिया मुफ्त

“एक दिन मैंने मायापुरी में पढ़ा कि 15 मई को माधुरी का जन्मदिन होता है, तो मैंने 1996 में पहली बार माधुरी का जन्मदिन मनाया। मुझे कोई आइडिया नहीं था कि बर्थडे कैसे मनाना है। मैंने अपनी चाट की दुकान का सब कुछ फ्री में लोगों को खिलाया। मुफ्त खाना मिलने पर ऐसी भीड़ जमा हुई कि प्रशासन के लोगों ने मुझे बहुत डांटा, लेकिन मुझे उनकी डांट से फर्क नहीं पड़ा। कोई पागल, कोई बेवकूफ कोई दीवाना कहता था। फिर भी मैंने बर्थडे मनाने का ट्रेंड जारी रखा।”

माधुरी का बर्थडे केक कट करते हुए पप्पू सरदार।

माधुरी का बर्थडे केक कट करते हुए पप्पू सरदार।

जब अगले साल 1997 में दूसरी बार बर्थडे मनाया तो फिर प्रशासन से बहुत डांट पड़ी। 1998 में मीडिया को खबर लगी तो हर कोई मेरा सपोर्ट करने लगा। इस बार प्रशासन के लोगों ने भी मेरा सहयोग करना शुरू कर दिया। तब से आज तक हर साल उनका जन्मदिन धूमधाम से मना रहा हूं।”

पप्पू सरदार की दुकान- मनोहर चाट, जिसकी दीवारें भी माधुरी की तस्वीरों से सजी हैं।

पप्पू सरदार की दुकान- मनोहर चाट, जिसकी दीवारें भी माधुरी की तस्वीरों से सजी हैं।

माधुरी के जन्मदिन से शुरू होता है पप्पू सरदार का कैलेंडर

“मैंने माधुरी दीक्षित के लिए एक स्पेशल कैलेंडर बनाया है। उस कैलेंडर में मैंने 15 मई से साल की शुरुआत की थी, जो माधुरी का जन्मदिन होता है। इसे मैंने 2004-2005 में लॉन्च किया है।

कुछ सालों पहले मैंने माधुरी के जन्मदिन पर ट्रेन के शेप का केक बनाया था। उस समय लालू प्रसाद यादव रेल मंत्री हुआ करते थे। मैंने उन्हें चिट्ठी लिखी थी कि आप लोग कुरकुरे एक्सप्रेस जैसे ट्रेन के नाम रखते हैं, कृपया किसी ट्रेन का नाम बॉलीवुड सितारों के नाम पर रखिए। हालांकि उस लेटर का कोई जवाब नहीं मिला। मैंने 2004 में एक लेटर लिखा था, जिसमें मैंने माधुरी के जन्मदिन पर नेशनल हॉलिडे घोषित करने की मांग की थी।”

माधुरी के नाम पर करते हैं दान

“जब भी कभी देश में कोई आपदा आती है, जैसे उड़ीसा में बाढ़ आ गई या कहीं तूफान से तबाही हुई है, तो मैं हमेशा माधुरी दीक्षित के नाम पर 11 हजार रुपए दान करता हूं। उनकी मां की मौत के समय भी मैंने उनके नाम पर महाराष्ट्र के गुरुद्वारे में पैसे भिजवाए थे। अमृतसर के पिंगलावाड़ा के लिए भी हम माधुरी दीक्षित के नाम पर पैसे भिजवाते हैं।”

कोरोना काल में पप्पू ने माधुरी दीक्षित के नाम पर डोनेशन किया था।

कोरोना काल में पप्पू ने माधुरी दीक्षित के नाम पर डोनेशन किया था।

माधुरी की शादी में निकाली बारात, 200 लोगों का रिसेप्शन रखा

“1999 में जब माधुरी दीक्षित की शादी हुई तो हमने जश्न मनाया था। शादी अमेरिका में हुई, लेकिन मैंने अपनी तरफ से मीडिया को बताया कि माधुरी की शादी हो गई है। कई लोग कन्फ्यूजन में थे। मैंने अपने मेहमानों के लिए बैंड बाजे का इंतजाम किया था और बारात निकाली थी। शादी के बाद मैंने जमशेदपुर में एक रिसेप्शन पार्टी रखी थी, जिसमें 200 लोग पहुंचे थे।

जब पूछा गया कि आपने माधुरी की शादी में कितना खर्च किया तो पप्पू सरदार कहते हैं- उसका कोई हिसाब नहीं है। जब मैं माधुरी को अपनी बहन मानता हूं तो क्या मैं हिसाब जोडूंगा कि बहन की शादी में कितना खर्च किया।

मैंने उससे राखी बंधवाई है। आज मुझे उस एक राखी की बदौलत 400 लड़कियां राखी बांधती हैं। उसने एक बार मेरी कलाई में राखी बांधी, लेकिन मुझे वो राखी रोज महसूस होती है। मेरी सोच बहुत अलग है। हम दोनों भाई-बहन का रिश्ता किसी जन्म का है। ऊपरवाले ने हमें मिलने के लिए छोड़ दिया है।”

माधुरी का बर्थडे सेलिब्रेट करते हुए पप्पू।

माधुरी का बर्थडे सेलिब्रेट करते हुए पप्पू।

लोग कहते थे माधुरी का करियर खत्म हो गया, मैं उसे कभी खत्म नहीं होने दूंगा

“लोग कहते हैं किसी का करियर खत्म हो गया, लेकिन हम माधुरी का करियर खत्म नहीं होने देंगे। हम उसके लिए कुछ न कुछ करते रहेंगे। लोग कहते थे अब माधुरी का करियर खत्म हो गया है, काजोल, ऐश्वर्या राय, करिश्मा कपूर ने उनकी जगह ले ली है। मेरी दुकान में उनकी कई सारी तस्वीरें लगी हुई हैं तो लोग आकर मजाक बनाते थे, कहते हैं पागल है अब तस्वीरें हटा दे।”

माधुरी की मां की मौत पर निभाईं सारी रस्में

“12 मार्च 2023 को जब माधुरी की मां का निधन हुआ तो मैंने जमशेदपुर में पूरी क्रियाकर्म से जुड़ी रस्में निभाईं। लोगों को खाना खिलाया।”

माधुरी से पहली मुलाकात करने गए, लेकिन दूर खड़े देखते रहे

“2007 में कुछ मीडिया के लोगों ने पप्पू सरदार की मुलाकात माधुरी से करवाने के बंदोबस्त करवाए थे। इसके लिए पप्पू फ्लाइट के जरिए जमशेदपुर से मुंबई गए थे। इस मुलाकात के बारे में पप्पू कहते हैं, मैं जिंदगी में कभी फ्लाइट में नहीं बैठा था। मैंने फैसला किया था कि माधुरी से मिलने से पहले पानी तक नहीं पियूंगा, हालांकि चाय की लत लगी हुई है तो मैंने फ्लाइट में चाय मांग ली। जब चाय आई तो मैं इतना नर्वस था कि मैंने शक्कर की जगह सौंफ का पाउच फाड़कर चाय में डाल लिया। जब अटेंडर ने देखा तो उसने खुद मुझे चाय बनाकर दी।

30 नवंबर 2007 को हुई पप्पू सरदार और माधुरी की इकलौती मुलाकात।

30 नवंबर 2007 को हुई पप्पू सरदार और माधुरी की इकलौती मुलाकात।

जब मैं मुंबई पहुंचा तो माधुरी यशराज स्टूडियो में शूटिंग कर रही थीं। लोग मुझे उनसे मिलवाने स्टूडियो ले गए। मुझे उस समय बहुत रोना आ रहा था। मैं बहुत इमोशनल हो रहा था। वो खुशी के आंसू थे। बहुत लोग थे, लेकिन मेरी हिम्मत नहीं थी कि मैं उनके पास जाऊं। मैंने हिम्मत करके कैमरामैन से कहा कि कुछ समय के लिए कैमरा बंद कर दो, मुझे माधुरी से बात करनी है, फिर हमारी बात हुई। मुझे अच्छे से याद है वो 30 नवंबर 2007, शुक्रवार का दिन था।

लोगों ने जब माधुरी को मेरे बारे में बताया तो उन्होंने मुझे राखी बांधी, मैंने राखी बांधने पर माधुरी को 1 रुपया दिया था। उस समय मेरे पास मोबाइल तक नहीं था। कुछ मीडिया वालों ने मेरी तस्वीर क्लिक की थी, वही मेरे पास है। कुछ पत्रकारों ने ही मुझे मोबाइल दिया था और आने-जाने के 2 हजार रुपए दिए थे, क्योंकि मेरे पास पैसे भी नहीं थे। बाद में मैंने वो पैसे भी लौटा दिए। मुंबई जाकर मेरे सिर्फ 50 रुपए खर्च हुए।

कोरोना काल में भी पप्पू ने माधुरी का जन्मदिन मनाया था।

कोरोना काल में भी पप्पू ने माधुरी का जन्मदिन मनाया था।

माधुरी अपने परिवार को बहुत अच्छी तरह ट्रीट करती हैं। जैसे वो परिवार को मानती हैं उतना कोई नहीं करता। जो हमारे जीजा जी हैं (माधुरी के पति डॉ. नेने) उनका क्या कहना। माधुरी के साथ ही मेरी उनसे भी मुलाकात हुई। मैं माधुरी के सामने भी उन्हें जीजा जी ही बोलता हूं।”

फिल्म देवदास रिलीज होने पर किया था रोड शो

“2002 में जब माधुरी दीक्षित की फिल्म देवदास रिलीज हुई तो मैंने जमशेदपुर में रोड शो किया था। जब हमें पता चला कि माधुरी आजा नचले से कमबैक कर रही हैं, तो मुझे बहुत खुशी हुई। 2019 में जब माधुरी की फिल्म टोटल धमाल रिलीज हुई तो मैं 600 महिलाओं को लेकर फिल्म देखने गया। उन महिलाओं ने थिएटर में खुलकर डांस किया। बहुत भीड़ लग गई थी और थिएटर मालिकों ने भी कोई ऑब्जेक्शन नहीं किया।”

टोटल धमाल फिल्म देखने के बाद थिएटर में डांस करते हुए पप्पू सरदार।

टोटल धमाल फिल्म देखने के बाद थिएटर में डांस करते हुए पप्पू सरदार।

इनका दीवानापन देखकर अमेरिका से इन पर रिसर्च करने आए थे लोग

“लंदन में इमोशनल फैंस नाम की एक बुक छपी है, जिसके लिए अमेरिका के कुछ लोग मेरी रिसर्च करने भारत आए थे। अमेरिकन रिसर्चर मेरे घर भी आए थे, जहां उन्होंने मेरे घर की भी फोटोज ली थीं। मेरे पास एक कमरा है, जिसमें मैंने माधुरी की तस्वीरें लगाई हुई हैं। उस कमरे में बैठाकर उन लोगों ने मेरी फोटो ली थी।”

मेरे बारे में आर्टिकल पढ़कर लोग मांगने लगे मदद

“उन रिसर्चर्स के साथ ही मैं एक बार ओल्ड एज होम गया था, जहां कुछ बुजुर्ग महिलाओं ने मुझे राखी बांधी थी। उस दिन जो रिश्ता कायम हुआ है वो आज भी जारी है। मैं हर साल अब वहीं राखी का त्योहार मनाता हूं। मैं माधुरी के नाम पर गरीब लड़कियों की शादी करवाता हूं। जरूरतमंद लोगों की मदद करता हूं।

एक बार सच्ची कहानी नाम की एक मैगजीन में मेरे सोशल वर्क पर एक लेख लिखा गया था। गाजीपुर के एक आदमी ने वो आर्टिकल पढ़ा तो उसने मुझे खत लिखा। उसने चिट्ठी पर नाम नहीं सिर्फ माधुरी दीक्षित फैन लिखा था, लेकिन तब भी वो चिट्ठी मेरे पास पहुंच गई थी। मैंने उस शख्स का पता लगाया और उसकी मदद की और उसे बेटी की शादी के लिए सारा सामान दिलाया।

अपाहिज लड़कियों और सिस्टर्स से राखी बंधवाते हुए पप्पू सरदार। पप्पू को सालाना करीब 400 राखी बांधी जाती हैं।

अपाहिज लड़कियों और सिस्टर्स से राखी बंधवाते हुए पप्पू सरदार। पप्पू को सालाना करीब 400 राखी बांधी जाती हैं।

कोरोना काल में मैंने कोई कसर नहीं छोड़ी। कई लोगों की मदद की। माधुरी दीक्षित के नाम पर रमजान में रोजा इफ्तारी करवाई। जब उनसे पूछा गया कि इतना सब कुछ करने के लिए पैसे कहां से आते हैं तो उन्होंने कहा, मैं जो कुछ मेहनत करता हूं, उसी से पैसे आते हैं। मैं बस यही सोचता हूं कि मुझे अपनी कमाई से कुछ न कुछ करना है।

मेरी पत्नी और एक बेटा है। मैं पहला बंदा हूं जिसने अपनी इंश्योरेंस पॉलिसी के लिए अपाहिज बच्चों वाली संस्था को नॉमिनी बनाया है। अगर मैं मरता हूं तो सारे पैसे मेरे परिवार को नहीं बल्कि इस संस्था को मिलेंगे। मेरे पास बड़ा घर नहीं है। मेरी पत्नी हार्ट पेशेंट है। मेरे पास अपना कुछ नहीं है।”

माधुरी के जुनून में रिश्तेदारों ने रिश्ता तोड़ दिया था

“जब हमने पप्पू सरदार से पूछा कि आपके इस जज्बे को घरवालों का कितना सपोर्ट मिलता है तो उन्होंने कहा- "पहले मुझे कोई नहीं समझता था। लोग मुझे पागल कहते थे, रिश्तेदारों ने घर आना बंद कर दिया था।

लोगों के साथ माधुरी का बर्थडे सेलिब्रेट करते हुए पप्पू सरदार।

लोगों के साथ माधुरी का बर्थडे सेलिब्रेट करते हुए पप्पू सरदार।

मेरी बात छोड़ दो, जब मीरा ने कृष्ण भगवान की भक्ति की तो घरवालों ने भी उसे पागल समझा था। राजघराने में रहने वाली मीरा से सब दूर रहना चाहते थे, फिर तो मैं एक आम आदमी हूं। हम भगवान की भक्ति करें या इंसान की, भक्ति तो भक्ति ही है। मेरा और माधुरी का रिश्ता विधाता ने जोड़ा है।”

इस साल माधुरी के जन्मदिन पर होगा भजन-कीर्तन

“इस साल माधुरी की मम्मी का निधन हुआ है तो हम कोई सेलिब्रेशन नहीं करेंगे। हमने भजन मंडली बुलाई है, जो रात भर जगराता करेंगे।”

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माधुरी बॉलीवुड की सबसे बड़ी एक्ट्रेस समझी जाती हैं। वहीं हिंदी सिनेमा के 100 साल पूरे होने पर UK में हुए पोल में माधुरी अमिताभ बच्चन, दिलीप कुमार और शाहरुख खान के बाद सबसे बड़ी इंडियन स्टार थीं। आम जनता के अलावा कई बड़ी हस्तियां भी इनकी फैन रह चुकी हैं। मशहूर पेंटर एमएफ हुसैन इनके इतने बड़े फैन हैं कि उन्होंने माधुरी की फिल्म हम आपके हैं कौन 67 बार देखी है। उन्होंने माधुरी के लिए गजगमिनी फिल्म तक बनाई थी।

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