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Wednesday, July 5, 2023

बचपन अचछ थ खलकर दड लत थ - अमर उजल

                
                                                                                 
                            बचपन अच्छा था खुलकर दौड़ लेते थे
                                                                                                
                                                     
                            
ए-जिंदगी अब तो संभल कर चलने में
ही तूने ज़्यादा गिराया है।
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8 hours ago

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बचपन अच्छा था खुलकर दौड़ लेते थे - अमर उजाला
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