स्टोरी हाइलाइट्स
- सागर जैसी फिल्मों में किया आर्ट डायरेक्शन
- इलाज में खर्च हुई जमा पूंजी
- गोविंदा को काम दिलवाने के लिए कर चुके हैं सिफारिश
अक्सर हम सुनते और देखते आए हैं कि फ़िल्म इंडस्ट्री में काम करने वालों की दुनिया रंगीन और खुशनुमा होती है. लेकिन आप जानकर हैरान हो जाएंगे कि दादा साहब फाल्के जैसे अवॉर्ड पाने वाले एक आर्ट डायरेक्टर की ज़िंदगी खस्ता हो गई है.
लीलाधर सावंत ने किया 25 साल काम
महाराष्ट्र के वाशिम ज़िले के जउल्का गांव में पिछले 10 सालों से आर्ट डायरेक्टर लीलाधर सावंत अपने पत्नी के साथ रह रहे हैं. वैसे सावंत गोवा स्टेट के रहने वाले हैं. लीलाधर सावंत के बारे में उनकी पत्नी ने बताया कि उन्होंने फिल्मी दुनिया में 25 साल काम किया है. लीलाधर सावंत फिल्मों में स्टेज बनाते थे.
लीलाधर सावंत को मिले ये अवॉर्ड
सागर, हत्या, 110 डेज, दीवाना, हद कर दी अपने जैसी कुल 177 फिल्मों में उन्होंने आर्ट डायरेक्शन दी है. उन्हें फिल्मी जगत का सर्वोच्च अवॉर्ड दादा साहब फाल्के, फिल्मफेयर अवॉर्ड, मानिकचन्द अवॉर्डों से नवाजा गया है. लेकिन कहते हैं चार दिन की चांदनी फिर अंधेरी रात, ऐसा ही कुछ लीलाधर सावंत के साथ हुआ.
उनकी जीवनसंगिनी पुष्पा ने बताया कि उनकी बाईपास सर्जरी और 2 बार ब्रेन हैमरेज हो जाने से इलाज में पूरी जमा पूंजी खर्च हो गई है. इतना ही नहीं सबसे हंस बोलकर रहने वाले लीलाधर की जुबान ने भी उनका साथ छोड़ दिया है.
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किराए से चला रहे घर
लीलाधर की पत्नी ने बताया कि गोविंदा को हत्या फ़िल्म में काम दिलवाने के लिए हत्या के डायरेक्टर कीर्ति कुमार से गोविंदा की सिफारिश लीलाधर ने की थी. पुष्पा ने बताया कि एक अच्छा दौर था जो गुजर गया. फिलहाल सावंत दंपत्ति का गुजर-बसर उनके घर में रहने वाले किरायदार के किराए से चल रहा है.
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पुष्पा ने लीलाधर सावंत के जानने और चाहने वालों से आग्रह किया है कि लीलाधर सावंत के लिए आगे आएं. आर्ट डायरेक्टर सावंत को एक बेटी है जिसका विवाह हो गया है, एक बेटा भी था लेकिन उसकी शादी के कुछ महीनों बाद ही कैंसर के कारण मौत हो गई.
2 बार हुआ ब्रेन हैमरेज
लीलाधर सावंत को मिले अवॉर्ड घर के सज्जे की शोभा बढ़ा रहे हैं, लेकिन आज भी लीलाधर सावंत उन अवॉर्डों को निकालते और उसपर जमी धूल को साफ करते हैं. 2 बार हुए ब्रेन हैमरेज के कारण लीलाधर सावंत की याददाश्त कम हुई है, वो बोलना तो बहुत कुछ चाहते हैं लेकिन जुबान ने साथ छोड़ दिया है. लीलाधर सावंत की दयनीय स्थिति देखकर आंख में पानी आ जाता है.
रिपोर्ट- Zaka Khan
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