मुंबई5 मिनट पहलेलेखक: आशीष तिवारी
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इस वीकेंड हमने दो फिल्मों और दो OTT शोज का रिव्यू किया। पहली फिल्म है आंख मिचौली, दूसरी फिल्म है राज कुंद्रा की UT-69। दैनिक भास्कर ने आंख मिचौली को 5 में से 2 स्टार और UT-69 को 3 स्टार रेटिंग दी है।
OTT शोज की बात करें तो हमने सुष्मिता सेन की आर्या-3 और स्कैम-2003 के दूसरे सीजन का रिव्यू किया। दैनिक भास्कर ने आर्या-3 और स्कैम-2003 के दूसरे सीजन को 3 स्टार रेटिंग दी है।
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आइए रिव्यू जानते हैं...
UT-69: विवादों के बाद अब राज कुंद्रा एक्टिंग में छाए, प्रोफेशनल एक्टर की तरह काम किया
यहां UT का मतलब अंडर ट्रायल है और 69 इसलिए क्योंकि यह राज कुंद्रा का कैदी नंबर था।
रेटिंग- 3 स्टार
कास्ट और लेंथ- इस फिल्म में राज कुंद्रा लीड रोल में हैं। फिल्म की लेंथ एक घंटे 57 मिनट है।
फिल्म की कहानी क्या है?
शिल्पा शेट्टी के पति और बिजनेसमैन राज कुंद्रा को 2021 में मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पोर्न फिल्में बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया था। कुछ मॉडल और स्ट्रगलिंग एक्ट्रेसेस ने राज पर जबरन पोर्न फिल्म में काम कराने का आरोप लगाया था। इसके बाद राज को 2 महीने जेल में रहना पड़ा था। जेल में राज की लाइफ कैसी थी, उन्हें वहां क्या-क्या फेस करना पड़ा, फिल्म में यही स्टोरी दिखाई गई है।
कुंद्रा ने अपनी फिल्म में जेल के दौरान की कठिनाइयों को दिखाया है।
स्टारकास्ट की एक्टिंग कैसी है?
इस फिल्म में खुद राज कुंद्रा ने अपना किरदार निभाया है। अभिनय में राज काफी हद तक सफल भी रहे हैं। नॉन एक्टिंग फील्ड से होने के बावजूद राज ने एक प्रोफेशनल एक्टर की तरह काम किया है। बाकी के सपोर्टिंग एक्टर्स ने भी अच्छा काम किया है।
कैसा है फिल्म का डायरेक्शन?
डेब्यूटांट शहनवाज अली ने फिल्म का डायरेक्शन किया है। उनका स्टोरीटेलिंग का अंदाज बहुत अनूठा और रिफ्रेशिंग है। फिल्म के इमोशंस को रियल और रॉ रखा है, जो इसकी खासियत है। मराठी डायलॉग्स और डार्क टोन दर्शकों को जरूर खटक सकते हैं।
फिल्म के ट्रेलर लॉन्च पर राज कुंद्रा रो पड़े थे।
फिल्म का म्यूजिक?
फिल्म में एक ही गाना है, जो कि लास्ट में आता है। सुनने में अच्छा लगता है।
फिल्म का फाइनल वर्डिक्ट: देखें या नहीं?
अगर आप राज कुंद्रा के केस से जुड़ा सच जानना चाहते हैं तो इस फिल्म में ज्यादा कुछ नहीं मिलेगा। हां इस फिल्म में आपको आरोपियों की लाइफ के बारे में जरूर बहुत कुछ जानने को मिलेगा। जेल की लाइफ पर बनी रियल और इमोशनल फिल्म देखनी है तो इसके लिए जा सकते हैं।
आंख मिचौली: घिसी-पिटी कहानी, बेवजह की कॉमेडी; परेश रावल और शरमन जैसे एक्टर्स भी फिल्म को नहीं बचा पाए
फिल्म गोलमाल के बाद शरमन और परेश की जोड़ी फिर एक बार साथ नजर आई है।
रेटिंग- 2 स्टार
कास्ट और लेंथ- फिल्म में परेश रावल, शरमन जोशी, मृणाल ठाकुर, अभिमन्यु दसानी, दिव्या दत्ता और विजय राज जैसे कलाकारों का अहम रोल है। फिल्म की लेंथ एक घंटे 44 मिनट है।
फिल्म की कहानी क्या है?
फिल्म आंख मिचौली होशियारपुर के एक अजीबोगरीब परिवार की कहानी है जिसके लगभग सभी सदस्य किसी ना किसी शारीरिक समस्या से पीड़ित हैं। परिवार के मुखिया नवजोत सिंह (परेश रावल) जहां भूलने की बीमारी से पीड़ित हैं तो उनका बड़ा बेटा युवराज सिंह (शरमन जोशी) बहरेपन का शिकार है।
छोटा बेटा हरभजन सिंह (अभिषेक बनर्जी) बात करते हुए हकलाता है, तो बहू बिल्लो (दिव्या दत्ता) मुहावरों का अजीब प्रयोग करती है। परिवार की सबसे छोटी बेटी पारो (मृणाल ठाकुर) को रात में न दिखने की बीमारी है। पूरी फैमिली को उसकी शादी की चिंता सताती है।
पारो को रोहित पटेल ( अभिमन्यु दासानी) नाम के लड़के से प्यार हो जाता है, जो खुद इसी तरह की अजीब समस्या का मारा है। पारो का परिवार उसकी शादी के लिए किस तरह स्कैम करता है। क्या उनका पर्दाफाश होता है? यही फिल्म की स्टोरीलाइन है।
यह फिल्म आज यानी 3 नवंबर को रिलीज हुई है। फिल्म में एक लंबी-चौड़ी स्टारकास्ट देखने को मिली है।
स्टारकास्ट की एक्टिंग कैसी है?
फिल्म की स्टारकास्ट बड़ी है। परेश रावल, विजय राज, शरमन जोशी और दिव्या दत्ता सरीखे अनुभवी कलाकार कई जगह पर बहुत लाउड एक्टिंग करते नजर आए हैं। मृणाल और अभिमन्यु भी बहुत खास नहीं कर पाए हैं। कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि एक अच्छी-खासी कास्टिंग को वेस्ट कर दिया गया है।
कैसा है फिल्म का डायरेक्शन?
फिल्म का डायरेक्शन OMG और 102 नॉट आउट स्लाइस ऑफ लाइफ जैसी फिल्में बनाने वाले डायरेक्टर उमेश शुक्ला ने किया है। उमेश इस बार उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे हैं। फिल्म का टोन पुराना लगता है, क्योंकि फिल्म कोविड की वजह से अटकी पड़ी थी।
कहानी शुरू से अंत तक बे-सिर पैर की नजर आती है। स्क्रीनप्ले, डायलॉग्स से लेकर सिनेमैटोग्राफी और म्यूजिक कुछ भी प्रभावशाली नहीं है। कुछ बेवजह के हंसाने वाले सीन्स भरे गए हैं। इमोशन्स को भी ठीक से नहीं दिखाया गया है।
फिल्म में मृणाल ठाकुर और भाग्यश्री के बेटे अभिमन्यु दसानी मुख्य भूमिका में हैं।
फिल्म का म्यूजिक कैसा है?
अगर बात फिल्म के म्यूजिक की करें तो सचिन-जिगर के बनाए गाने जरा भी प्रभाव नहीं डालते।
फिल्म का फाइनल वर्डिक्ट: देखें या नहीं?
अगर इस हफ्ते कुछ करने को नहीं है और ऐसी कॉमेडी फिल्म देखना चाहते हैं जिसमें लॉजिक और पेशेंस न हो, तो एक बार यह फिल्म देख सकते हैं।
OTT शोज की बात करते हैं..
आर्या-3: लेडी डॉन के रोल में जचीं सुष्मिता, इस बार कई ट्विस्ट और टर्न देखने को मिले
कहानी क्या है?
इस सीजन की कहानी की शुरुआत एक इंटरेस्टिंग ट्विस्ट से होती है। आर्या को रशियन माफिया से 1000 करोड़ रुपए की अफीम का कन्साइनमेंट देने का काम मिला है। लेकिन इसी बीच उसके रास्ते में रोड़ा बनकर सामने आता है नंदिनी का पति सूरज जो आर्या से अपनी पत्नी की मौत का बदला लेने के लिए आतुर है।
वेब सीरीज आर्या की कहानी आर्या सरीन (सुष्मिता सेन) की है जो अपने बच्चों की सुरक्षा के लिए अफीम के गैरकानूनी धंधे की लेडी डॉन बन जाती है। पहले सीजन से तीसरे सीजन पहुंचते हुए आर्या सरीन की जिंदगी पूरी तरह बदल चुकी है, वह एक सौम्य महिला से एक खूंखार शेरनी बन चुकी है और अपने बच्चों के लिए कुछ भी करने को तैयार है।
स्टारकास्ट की एक्टिंग कैसी है?
सुष्मिता सेन आर्या सीजन 3 में एक मजबूत लेकिन मजबूर शेरनी के तौर पर बेहतरीन अदाकारी करती नजर आती हैं। इंद्रनील सेन गुप्ता ने अपनी बेहतरीन एक्टिंग से शो में नया ट्विस्ट पैदा किया है।
कैसा है डायरेक्शन?
तीसरा सीजन कपिल शर्मा, श्रद्धा पासी जयरथ और राम माधवानी ने मिलकर डायरेक्ट किया है। सीरीज में शुरुआत से ही इंटरेस्टिंग ट्विस्ट बनाकर रखा गया है जो आपको चौथे एपिसोड तक बांधे रखता है। एक दो कलाकारों को छोड़ दिया जाए तो किसी को भी सुष्मिता के मुकाबले ढंग से स्क्रीन स्पेस नहीं मिला है।
आर्या का तीसरा सीजन डिज्नी हॉटस्टार पर स्ट्रीम हो गया है।
फाइनल वर्डिक्ट, देखें या नहीं?
अगर आपने आर्या के पिछले दो सीजन देखे हैं तो तीसरा सीजन भी आपको पसंद आ सकता है। जिन्होंने नहीं देखी, वे भी एक इंटरनेशनल स्टाइल की ड्रग कार्टेल सीरीज का लुत्फ उठा सकते हैं।
स्कैम-2003- सीजन-2: सबसे बड़े घोटालेबाज की बर्बादी की कहानी; गगन देव रियार ने अब्दुल करीम तेलगी के किरदार को जिया
यह सीरीज 30 हजार करोड़ का स्टाम्प पेपर घोटाला करने वाले अब्दुल करीम तेलगी की कहानी पर बेस्ड है।
सीरीज की कहानी क्या है?
स्कैम-2003 के पहले सीजन में अब्दुल करीम तेलगी के भारत के सबसे बड़े स्टाम्प पेपर घोटाले के मास्टरमाइंड बनने की कहानी थी। तो वहीं सीजन-2 उसके डाउनफॉल की कहानी है। कैसे पॉलिटिकल चक्रव्यूह में फंसकर अब्दुल करीम तेलगी अर्श से फर्श पर पहुंचा, स्टोरी लाइन यही है।
कैसी है एक्टिंग?
गगन देव रियार ने अब्दुल तेलगी के किरदार को जिया है। ऐसा लगता है कि हम स्क्रीन पर अब्दुल करीम तेलगी को ही देख रहे हैं। इस सीरीज में भोजपुरी स्टार और सांसद निरहुआ भी एक सरप्राइज एलिमेंट बनकर उभरे हैं।
पहला सीजन 1 सितंबर से स्ट्रीम होना शुरू हुआ था। अब 3 नवंबर को दूसरा सीजन आया है।
डायरेक्शन कैसा है?
हंसल मेहता की इस सीरीज का डायरेक्शन 'सांड की आंख' फेम डायरेक्टर तुषार हीरानंदानी ने किया है। अब्दुल करीम तेलगी की कहानी को बिना ग्लोरिफाई किए उन्होंने बखूबी पेश किया है। हालांकि स्क्रीनप्ले में कुछ खामियां हैं, जिसकी वजह से कुछ सीन्स बोरिंग लगते हैं। डायलॉग्स थोड़े और बेहतर किए जा सकते थे।
फाइनल वर्डिक्ट, देखें या नहीं?
अगर आप अच्छा अभिनय देखना चाहते हैं और रियल लाइफ क्राइम बेस्ड स्टोरीज देखने के शौकीन हैं तो इसे जरूर देख सकते हैं। इस सीरीज में एक सीख भी है कि आप क्राइम की दुनिया में भले ही कितनी भी ऊंचाई पर पहुंच जाएं, लेकिन एक दिन गिरेंगे जरूर।
भास्कर मूवी- OTT रिव्यू: विवादों के बाद कुंद्रा एक्टिंग में छाए, UT-69 देखने लायक; आर्या-3 में सुष्मिता लेड... - Dainik Bhaskar
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