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Monday, January 1, 2024

3 जनवरी को आइरा खान की शादी: मौलाना अबुल कलाम आजाद के वंशज हैं आमिर, कभी कर्ज से कंगाल हो गए थे पिता ताहिर ... - Dainik Bhaskar

4 घंटे पहले

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बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान इन दिनों बेटी आइरा खान की शादी को लेकर सुर्खियों में हैं। आइरा 3 जनवरी को फिटनेस ट्रेनर नुपुर शिखरे के साथ शादी करने जा रही हैं। इस शादी में आमिर के परिवार के सदस्य शामिल होंगे जिन्हें न्योता भेजा जा चुका है। आमिर का खानदान बॉलीवुड के सबसे बड़े खानदानों में से एक है।

सालों से इनके परिवार के कई सदस्य हिंदी फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े हुए हैं। आमिर के पिता ताहिर हुसैन बॉलीवुड के फेमस प्रोड्यूसर्स में से एक थे। इसके अलावा आमिर के चाचा भी फिल्म प्रोड्यूसर और डायरेक्टर थे।

चलिए नजर डालते हैं आमिर खान के खानदान पर और जानते हैं इनके परिवार से जुड़े दिलचस्प फैक्ट्स…

मौलाना अबुल कलाम आजाद के वंशज हैं आमिर

आमिर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मौलाना अबुल कलाम आजाद के परिवार से हैं। वो आमिर के ग्रेट ग्रैंड अंकल यानी परदादा हैं। आमिर की दादी मौलाना आजाद की भतीजी थीं। आजाद स्वत्रंत भारत के पहले एजुकेशन मिनिस्टर थे। आमिर के पिता ताहिर हुसैन पूर्व राष्ट्रपति जाकिर हुसैन के रिलेटिव हैं। दरअसल, जाकिर हुसैन सात भाइयों में से दूसरे नंबर के थे। उन्हीं में से एक भाई की फैमिली के वंशज आमिर खान हैं।

जाकिर हुसैन की तरह ही आमिर खान के पूर्वज भी यूपी में फर्रुखाबाद के कैमगंज के रहने वाले हैं। हुसैन के जन्म के बाद उनका परिवार हैदराबाद से आकर यहां बसा था। ये दोनों आफरीदी ट्राइब के पश्तून परिवार से आते हैं। यही नहीं, पॉलिटिशियन नजमा हेपतुल्ला आमिर की सेकेंड कजिन हैं। वे मौलाना आजाद की पोती लगती हैं।

हरदोई में है आमिर का पुश्तैनी गांव

आमिर खान का पुश्तैनी गांव हरदोई से 40 किलोमीटर दूर शाहाबाद कस्बे में हैं। यहां अख्तियारपुर में आमिर का पुश्तैनी मकान है जो कि अब लगभग खंडहर हो चुका है।

आमिर के दादा जफर हुसैन खान के तीन बेटे बकर हुसैन खान, नासिर हुसैन खान और ताहिर हुसैन खान पुश्तैनी गांव हरदोई से 40 किलोमीटर दूर स्थित शाहाबाद कस्बे में पुश्तैनी मकान में एक साथ रहते थे।

50 के दशक में नासिर हुसैन मुंबई चले गए और कामयाब निर्माता-निर्देशक बन गए। इससे पहले नासिर हुसैन शाहाबाद नगरपालिका में काफी समय तक सेक्रेटरी भी रहे। यहां से जाने के बाद उन्होंने ताहिर हुसैन को अपने पास बुला लिया।

वहीं, आमिर और फैजल पैदा हुए, तबसे हरदोई से उनका नाता टूट-सा गया। आमिर वहां कभी नहीं गए, लेकिन 2011 में उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था कि पुश्तैनी मकान को कभी बेचने नही देंगे इसलिए उन्होंने पूरी पुश्तैनी जमीन खरीद ली थी।

अब नजर डालते हैं पीढ़ी दर पीढ़ी, खान खानदान से जुड़े कुछ चर्चित सदस्यों के बारे में…

पहली पीढ़ी

नासिर हुसैन: इस खानदान में नासिर हुसैन ही पहले ऐसे शख्स थे जिन्होंने फिल्मी दुनिया में जगह बनाने के बारे में सोचा। आमिर ने खुद 2014 में एक इंटरव्यू में चाचा नासिर के फिल्मों में आने का किस्सा शेयर किया था। उन्होंने कहा था, नासिर साहब ने मुझे बताया था कि जब उन्होंने कॉलेज की पढ़ाई पूरी कर ली तो उन्होंने तय कर लिया कि वो फिल्म इंडस्ट्री में स्क्रिप्ट राइटिंग का काम करेंगे।

उनसे पहले परिवार में से किसी का भी फिल्मों से कोई वास्ता नहीं था इसलिए जब उन्होंने ये इच्छा जाहिर की तो पूरा परिवार इसके खिलाफ हो गया। नासिर साहब को कुछ नहीं सूझा तो वो मौलाना अबुल कलाम आजाद से मिले और उन्हें अपनी दिल की बात बताई।

आजाद ने कहा, ‘अगर तुम यही करना चाहते हो तो किसी की मत सुनो, जो तुम्हारा दिल कहे वही करो’। इसके बाद नासिर अपने फैसले पर अडिग रहे। आमिर ने कहा था कि अगर मौलाना आजाद नासिर साहब का हौसला नहीं बढ़ाते तो वो कभी फिल्मी दुनिया में कदम नहीं रख पाते और न ही उनके पिता ताहिर हुसैन फिल्मों में आते।

नासिर हुसैन की बात करें तो मौलाना आजाद की सलाह के बाद उन्होंने फिल्मिस्तान स्टूडियो में बतौर फ्रीलांसर काम करना शुरू कर दिया। उन्होंने 1953 में आई हिट फिल्म ‘अनारकली’ से अपना राइटिंग डेब्यू किया। इसके बाद नासिर ने 'नासिर हुसैन फिल्म्स' के नाम से खुद का प्रोडक्शन हाउस शुरू किया। देखते ही देखते नासिर हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के जाने-माने राइटर, प्रोड्यूसर और डायरेक्टर बन गए।

ताहिर हुसैन के साथ आशा पारेख (दाएं)।

ताहिर हुसैन के साथ आशा पारेख (दाएं)।

उन्होंने 'तुमसा नहीं देखा' (1957), 'दिल दे के देखो' (1959), 'जब प्यार किसी से होता है' (1961), 'यादों की बारात' (1973) और 'मंजिल-मंजिल' (1984) जैसी कई फिल्मों को निर्देशित किया था। 1988 में उन्होंने आमिर खान की फिल्म ‘कयामत से कयामत तक’ भी लिखी और प्रोड्यूस की थी।

नासिर की शादी आयशा से हुई थी जिसके बाद वो एक बेटे के पिता बने जिनका नाम मंसूर खान है। इसके अलावा नासिर और आएशा ने एक बेटी को गोद लिया था जिनका नाम नुजहत खान है। नुजहत ने अनिल पाल से शादी की जो कि पेशे से इंजीनियर थे। इनके बेटे इमरान खान हैं जो कि बॉलीवुड एक्टर हैं। नासिर हुसैन उनके नाना हैं। नुजहत और अनिल का तलाक हो गया था। इसके बाद उन्होंने राज जुत्शी से शादी कर ली जिनसे भी वो अलग हो चुकी हैं।

नासिर हुसैन अपनी पर्सनल लाइफ की वजह से भी सुर्खियों में रहे। शादीशुदा होने के बावजूद एक्ट्रेस आशा पारेख से उनका अफेयर रहा। नासिर हुसैन के साथ आशा ने 'दिल दे के देखो', 'तीसरी मंजिल' और 'कारवां' सहित 7 फिल्मों में साथ काम किया।

आशा पारेख ने एक इंटरव्यू में कहा था, "हां, नासिर साहब ही एकमात्र ऐसे मर्द थे, जिनसे मैंने प्यार किया। मैं कभी भी घर तोड़ने वाली नहीं बनना चाहती थी। मेरे और नासिर साहब के परिवार के बीच कभी कोई अनबन नहीं हुई। मैं कभी हुसैन को उनके परिवार से अलग नहीं करना चाहती थी और इसी डर से मैंने शादी नहीं की। नासिर हुसैन का 13 मार्च 2002 को हार्ट अटैक से निधन हो गया था।

ताहिर हुसैन

ताहिर हुसैन जाने-माने फिल्ममेकर थे। कारवां, अनामिका, मदहोश, जख्मी, जनम-जनम का साथ, खून की पुकार, हम हैं राही प्यार के जैसी फिल्में उन्होंने प्रोड्यूस की थीं। उन्होंने बतौर एक्टर शुरुआत की थी। 1960 के आसपास उन्होंने ‘जब प्यार किसी से होता है’ और ‘प्यार का मौसम’ जैसी फिल्मों में काम किया था, लेकिन 60 का दशक खत्म होते-होते उन्होंने बतौर प्रोड्यूसर काम करना शुरू कर दिया। उन्होंने जीनत हुसैन से शादी की जिसके बाद चार बच्चे हुए-फरहत खान, आमिर खान, फैजल खान और निखत खान।

बचपन में पिता ताहिर हुसैन के साथ आमिर।

बचपन में पिता ताहिर हुसैन के साथ आमिर।

बॉलीवुड में पिता के सफर पर आमिर ने एक इंटरव्यू में कई बातें शेयर की थीं। उन्होंने कहा था, मैं फिल्मी फैमिली से आता हूं। मैंने अपने चाचा (नासिर हुसैन) को फिल्म बनाते देखा है। पिता को फिल्म बनाते देखा है। मेरे पिता बहुत ही उत्साही और अच्छे प्रोड्यूसर थे, लेकिन उन्हें यह नहीं पता था कि बिजनेस कैसे किया जाता है इसलिए उन्होंने कभी पैसा नहीं बनाया। उन्हें एक ही समस्या थी। कोई फिल्म 8 साल में बनती थी तो कोई 3 साल में।"

आमिर ने पिता के आर्थिक संकट के बारे में बताते हुए कहा था, "वे बहुत ज्यादा कर्ज में दब गए थे। मैंने पिता को बेहद आर्थिक संकट से जूझते देखा है। हम दिवालिया हो गए थे और लगभग सड़क पर आ गए थे। उस वक्त मेरे स्कूल की फीस छठी क्लास में 6 रुपए, सातवीं में 7 और आठवीं में 8 रुपए, इस तरह हुआ करती थी।

पिता जी हम भाई-बहनों की फीस जमा करने में हमेशा लेट हो जाते थे। एक-दो वार्निंग के बाद प्रिंसिपल उनका नाम असेंबली में सारे स्कूल के बच्चों के सामने अनाउंस करती थीं। ये बात बताते हुए आमिर काफी इमोशनल हो गए थे।

आमिर ने एक और घटना याद करते हुए कहा था, मां ने बताया था कि पिताजी जॉब की जरूरत महसूस करते हुए अपनी ग्रेजुएशन की डिग्री ढूंढने लगे थे। ऐसी स्थिति आ गई थी कि एक 40 साल का आदमी अपने ग्रेजुएशन का सर्टिफिकेट तलाशने लगा था।"

बेटे आमिर को लेकर ताहिर ने एक फिल्म बनाई थी जिसका नाम तुम मेरे हो था। ये बतौर डायरेक्टर उनकी पहली और आखिरी फिल्म थी। 2 फरवरी 2010 को हार्ट अटैक के कारण ताहिर हुसैन का निधन हो गया।

दूसरी पीढ़ी

आमिर खान: पिता और चाचा की लिगेसी को फिल्मों में आमिर खान ने आगे बढ़ाया। वो अपने परिवार की दूसरी पीढ़ी में सबसे सफल रहे। नासिर हुसैन ने अपने भतीजे आमिर खान को पहली बार अपनी फिल्म ‘यादों की बारात’ में बाल कलाकार के रूप में एक छोटी-सी भूमिका करने को दी। इसके बाद वो फिल्म ‘मदहोश’ में भी बाल कलाकार बने। 1988 में उन्होंने कयामत से कयामत तक से बतौर हीरो डेब्यू किया।

90 के दशक में उन्होंने दिल, राजा हिंदुस्तानी, सरफरोश और कई कमर्शियली हिट फिल्में दीं और बड़े स्टार बन गए। 1999 में उन्होंने अपने प्रोडक्शन हाउस आमिर खान प्रोडक्शन की शुरुआत की। इसमें उन्होंने लगान, 'तारे जमीं पर' जैसी फिल्में बनाईं।

आमिर को गजनी, थ्री इडियट्स, धूम 3, पीके और दंगल जैसी फिल्मों से ग्लोबल सक्सेस हासिल हुई, जिन्होंने रिकॉर्ड ब्रेकिंग कमाई की थी। आमिर फिल्म इंडस्ट्री में 30 साल से ज्यादा का समय गुजार चुके हैं। उनकी पिछली फिल्म 'लाल सिंह चड्ढा' फ्लॉप रही थी।

रीना दत्ता के साथ आमिर।

रीना दत्ता के साथ आमिर।

आमिर ने 1986 में रीना दत्ता से शादी की थी। दोनों के दो बच्चे हुए- बेटा जुनैद और बेटी आयरा। रीना और आमिर का 2002 में तलाक हो गया था। 2005 में आमिर ने किरण राव से शादी कर ली थी जिसके बाद 2011 में इनका बेटा हुआ जिसका नाम आजाद राव खान है।

किरण बॉलीवुड में बतौर प्रोड्यूसर, स्क्रीन राइटर और डायरेक्टर काम करती हैं। उन्होंने धोबी घाट, देल्ही बेली जैसी फिल्में बनाईं। एक्ट्रेस अदिति राव हैदरी उनकी कजिन हैं।

फैजल खान: आमिर के भाई फैजल ने भी फिल्मों में काम किया। हालांकि उन्हें ज्यादा सफलता नहीं मिली। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत फिल्म 'प्यार का मौसम' से की जिसमें उन्होंने शशि कपूर के बचपन की भूमिका निभाई थी। इसके अलावा उन्होंने फिल्म 'कयामत से कयामत तक' में भी भूमिका निभाई थी। फैजल को बतौर हीरो 1994 में आई फिल्म मदहोश से ब्रेक मिला। हालांकि ये पिट गई।

लंबे समय तक खाली बैठने के बाद फैजल ने आमिर की फिल्म मेला में काम किया था जो कि साल 2000 में रिलीज हुई थी। ये भी फ्लॉप साबित हुई थी जिसके बाद फैजल फिल्मी दुनिया से दूर हो गए। वो भाई आमिर के साथ अपने विवादों के चलते भी सुर्खियों में रहे हैं।

फैजल ने मेला की रिलीज के 19 साल बाद फिल्मों में कमबैक किया था और फिल्म फैक्ट्री में काम किया था जो कि फ्लॉप साबित हुई थी।

निखत खान: आमिर की बहन निखत एक्ट्रेस हैं जो कि 2023 की ब्लॉकबस्टर फिल्म पठान में एक छोटे से रोल में नजर आई थीं। इसके अलावा उन्हें तान्हाजी, मिशन मंगल और सांड की आंख जैसी फिल्मों में भी देखा चुका है। उन्होंने फिल्में भी प्रोड्यूस की हैं जिनमें तुम मेरे हो जैसी फिल्म शामिल है। उनकी शादी संतोष हेगड़े से हुई है। दोनों के दो बच्चे सहर और श्रवण हैं।

फरहत खान: आमिर की बहन फरहत बॉलीवुड से दूर रहीं। उनकी शादी बिजनेसमैन राजीव दत्ता से हुई है और इनके दो बच्चे हैं। ये अपने परिवार के साथ अमेरिका में रहती हैं।

मंसूर खान: मंसूर नासिर हुसैन के बेटे और आमिर के कजिन हैं। उन्होंने फिल्म ‘कयामत से कयामत तक’ से डायरेक्टोरियल डेब्यू किया था। इसके बाद इन्होंने ‘जो जीता वही सिकंदर’ भी बनाई थी जो कि हिट रही थी। मंसूर की अन्य सफल फिल्मों में अकेले हम अकेले तुम, जोश शामिल हैं।

इसके अलावा उन्होंने 2008 में आई फिल्म जाने तू या जाने न को को-प्रोड्यूस भी किया था जिसमें उनके भतीजे इमरान खान ने मुख्य भूमिका निभाई थी। मंसूर अब फिल्मों में ज्यादा एक्टिव नहीं हैं। वो पत्नी टीना के साथ कुन्नूर में रहते हैं और वहां खेती करते हैं। उनके दो बच्चे हैं- जेन मैरियो खान और पाब्लो खान।

तीसरी पीढ़ी

इमरान खान: इस खानदान की तीसरी पीढ़ी के कई सदस्यों ने भी बॉलीवुड का रुख किया है। नुजहत खान और अनिल पॉल के बेटे इमरान को 2008 में फिल्म 'जाने तू या जाने न' के जरिए बॉलीवुड में लॉन्च किया गया था। फिल्म हिट रही थी। इसके बाद इमरान आई हेट लव स्टोरीज, देल्ही बेली, मेरे ब्रदर की दुल्हन, एक मैं और एक तू जैसी फिल्मों में दिखे।

इसके बाद वो फिल्मों से अचानक गायब हो गए। इस दौरान पत्नी अवंतिका मलिक से उनके अलग होने की खबरें सामने आईं। हालांकि दोनों ने तलाक नहीं लिया है। दोनों की एक बेटी है जिसका नाम इमारा है।

जुनैद खान: जुनैद आमिर और रीना के बेटे हैं। वो सिद्धार्थ पी मल्होत्रा की फिल्म महाराजा से बॉलीवुड डेब्यू करेंगे। इससे पहले वो फिल्मों में बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर भी काम करते थे।

आइरा खान: पिता आमिर की तरह आइरा एक्टिंग की दुनिया में तो नहीं आईं, लेकिन उन्हें फिल्ममेकिंग और थिएटर में काफी दिलचस्पी है। 2021 में उन्होंने फिटनेस ट्रेनर नुपुर शिखरे से डेटिंग की बात स्वीकार कर ली थी जिसके बाद इन्होंने नवंबर 2022 में सगाई कर ली थी।

आमिर, किरण राव और आजाद राव खान।

आमिर, किरण राव और आजाद राव खान।

आजाद राव खान: आमिर के छोटे बेटे का नाम है आजाद राव। आजाद आमिर और उनकी दूसरी पत्नी किरण राव के बेटे हैं। 2005 में आमिर ने किरण से शादी की थी और 2011 में वे आजाद राव के पिता बने। 2021 में आमिर और किरण ने तलाक ले लिया था। हालांकि वो 12 साल के बेटे की को-पेरेंटिंग कर रहे हैं।

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